Jawan Aurat Ka Sawal
हज़रते आ़यशा (रदियल्लाहु_तआ़ला_अ़न्हा) से रिवायत है कि हुज़ूर (सल्लल्लाहु_अलैहि_वसल्लम) की बारगाह में एक जवान औरत ने आकर अर्ज़ की...
या रसूलल्लाह (सल्लल्लाहू_अलैहि_वसल्लम), में जवान औरत हूं मुझे निकाह़ के पैगाम आते हैं मगर मैं शादी को मकरूह समझती हूं, आप मुझे बताएं की बीवी पर ख़ावन्द (शौहर) के क्या हक़ हैं? आपने फ़रमाया अगर शौहर की चोटी से एड़ी तक पीप बहे और वह (बीवी) उसे अपनी ज़बान से चाटे फिर भी शौहर का हक़ अदा नहीं कर पाएगी।
उसने पूछा तो मैं शादी ना करूं? आप (सल्लल्लाहु_अ़लैहि_वसल्लम) ने फरमाया! कि तुम शादी करो इसी में भलाई है।
( मकाशिफ़तुल क़ुलूब )
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